भारतीय सैनिक और भारत सरकार का जवाब

सैनिक अभिमन्यु, एक ठंडी रात में जम्मू-कश्मीर के पास गश्त करते हुए, घने कोहरे और खराब दृश्यता के कारण गलती से नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तानी सीमा में प्रवेश कर  लेता है। सूरज की पहली किरण के साथ ही पाकिस्तानी रेंजर्स उसे हिरासत में ले लेते हैं। भारत में खबर आग की तरह फैलते ही हंगामा मच जाता है।




ट्विटर पर #SaveAbhimanyu ट्रेंड करने लगता है, और लोग सड़कों पर उतर आते हैं।भारतीय सरकार तुरंत एक्शन में आती है। रक्षा मंत्री एक बयान जारी करते हैं: "अभिमन्यु हमारा जवान है, और उसे 24 घंटे में सुरक्षित वापस चाहिए।" कूटनीतिक चैनलों के जरिए पाकिस्तान पर दबाव बढ़ता है। भारत अपनी सैन्य तैनाती मजबूत करता है, जिसे देख पाकिस्तानी सरकार घबरा जाती है।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी भारत का समर्थन करता है।पाकिस्तानी सेना को उच्च स्तर से आदेश मिलता है कि मामले को और बिगाड़ने से बचें। अगली शाम, वाघा बॉर्डर पर औपचारिकता के साथ अभिमन्यु को भारतीय सेना को सौंप दिया जाता है। भारत में उसका स्वागत हीरो की तरह होता है। अभिमन्यु कहता है, "मुझे अपने देश की ताकत पर पूरा भरोसा था।" यह घटना भारत की दृढ़ता और एकता का प्रतीक बन जाती है।

                      भारत माता की जय

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